कोई भी संज्ञा या सर्वनाम किसी एक या अत्यधिक शब्दों का बिसेस्ता को बताती है दर्शाती है तब उष संज्ञा या सर्वनाम को Visheshan कहेते है, Visheshan असल में किसी एक वास्तु का अप्रतक्ष्य नाम है इसलिए किसी सर्वनाम या संज्ञा के तरह Visheshan भी एक तरह का संज्ञा है, अधिक समझने केलिए हम आपके साथ कुछ उदहारण साझा करने वाले है जिससे आप यह समझ सकते है की (Visheshan kise kahate hain) तो कृपया इस लेख को ध्यान से पढ़ें.
Visheshan kise kahate hain
कोई भी संज्ञा या सर्वनाम किसी एक या अत्यधिक शब्दों का बिसेस्ता को बताती है दर्शाती है तब उष संज्ञा या सर्वनाम को Visheshan कहेते है.
Visheshan के उदहारण
नीला आकाश, लम्बी लड़की, छोटा लड़का, मोटा आदमी, सफ़ेद गाय एवं सुन्दर महिला इत्यादि में नीला, लंबी, छोटा, मोटा, सफ़ेद तथा सुन्दर विशेषण शब्द हैं, जो आकाश, लड़की, लड़का, आदमी, गाय एवं महिला इत्यादि संज्ञा शब्दों की विशेषता बता रहे हैं.
इसके अतिरिक्त Visheshan को सर्वनाम, संज्ञा, या अव्यय शब्दों को जोड़ कर बनाया जाता है.
अब आपके मन में यह प्रश्न आरहा होगा की संज्ञा या सर्वनाम या फिर Visheshan तो एक सामान ही है तो इनमे अंतर क्या है? तो इसका उत्तर यह है की Visheshan एक तरह का संज्ञा या सर्वनाम होने के पश्च्यात भी इसको अलग इसलिए मन जाता है क्योंकि Visheshan किसी भी संज्ञा या सर्वनाम का धर्म को दर्शाता है, और Visheshan के बिना किसी भी संज्ञा या सर्वनाम का असली भाव का पता नही चलेगा.
अतः जिस तरह हिंदी भाषा के पद्य में अलंकार होते हैं उसी तरह हिंदी गद्य में अलंकार मत्य्लब विशेषण होते हैं.
और यदि आपको बिस्तार रूप से बताएं तो विशेषण शब्दों को बोलने केलिए उपयोग होने वाले अन्य बिस्तार शब्दों को कम कर देते है जेसे लाल गुलाप इसमें यदि केवल गुलाप बोला जाये तो यह शब्द पुरे गुलाप के जाती को दर्शाता है, और अनेक प्रश् उत्पन्न होते है जिससे एक छोटा सा शब्द अत्यधिक बड़ा हो जाता है, किन्तु यदि विशेषण का उपयोग किआ जाये तो यह बाकी को छोटा कर सरलता से समझा देता है.
किन्तु व्यक्तिवाचक संज्ञा के साथ प्रयुक्त विशेषण शब्दों से संज्ञा का विस्तार स्पस्ती करण नहीं होता है, केवल शब्द का अर्थ की स्पष्टता होती है. उदाहराण स्वरुप जैसे: पुरुस्वतम राम, करुना मई माँ इत्यादि.
विशेषण के उदाहरण | Visheshan Ke Udaharan
- सविता बहुत सुंदर लड़की है.
- शंकर बहुत मेहनती कार्यकर्ता है.
- जयपुर स्वच्छ शहर है.
- महेश बुरा लड़का है.
- उसके पास प्रेम पुस्तकें हैं.
उपरोक्त उदाहरणों में स्वच्छ, मेहनती एवं सुंदर यह सभी शब्द संज्ञा शब्दों की विशेषता को दर्शा रहे हैं अतः ये सभी विशेषण है.
विशेषण शब्द को कैसे पहचानें?
अब इतने सारे ज्ञान के पश्च्यात एक प्रश्न यह भी आता है की किसी भी बाकी में विशेषण को केसे पहेचाने? तो इसका उत्तर में हम आपको बताना चाहेंगे की इसका कोई सठिक ज्ञान नही है किन्तु, फिर भी कुछ बाकी या प्रश्न ऐसे होते है जिनमे संज्ञा से ठीक पहेले कैसा/कैसी/कैसे अथवा कितना/कितनी/कितने शब्दों का उपयोग करके प्रश्न करने पर जो संज्ञा या सर्वनाम उत्तर के रूप में मिलता है उसे विशेषण कहेते है.
चलिए इसे उदहारण के साथ समझते है. (Visheshan kise kahate hain)
- राहुल कैसा लड़का है?
- उत्तर: अच्छा “इहाँ पर अच्छा ही विशेषण है”
विशेष्य किसे कहते हैं (visheshya kise kahate hain)
कोई भी विशेषण जो किसी संज्ञा या शब्द की बिसेस्ता को दर्शाता है उसको बिषेस्यकहेते है, तो परिणाम स्वरुप किसी भी बाक्य का संज्ञा व सर्वनाम शब्द ही बिषेस्य होता है जिसके साथ विशेषण का प्रोयोग do तरीके से किआ जाता है. एक है संज्ञा के साथ और दूसरा है क्रिया के साथ.
संज्ञा के साथ – संज्ञा के साथ प्रयुक्त होने पर इसे विशेष्य विशेषण कहते हैं तथा इनका प्रयोग विशेष्य से पहले किया जाता है.
क्रिया के साथ प्रयोग – क्रिया के साथ प्रयुक्त होने पर इसे विधेय विशेषण कहते हैं तथा इनका प्रयोग क्रिया से पहले किया जाता है. विधेय विशेषण समानाधिकरण होता है.
विशेष्य के उदाहरण | visheshya ke udaharan
- सुदाम बहुत चालाक लड़का है.
- रमेश भोला-भाला आदमी है.
- कबिता बहुत झगडालू औरत है.
- राम दास बहुत धार्मिक ब्यक्ति हैं.
उपरोक्त उदाहरणों में सुदाम, रमेश, कबिता, राम दस, इत्यादि विशेष्य हैं। अतः इनको संज्ञा शब्द भी कहा जाता है.
विशेषण के भेद | Visheshan Ke Bhed
विशेषण के कुल चार भेद होते हैं जो कुछ इश प्रकार है >> गुणवाचक विशेषण, संख्यावाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण और सार्वनामिक विशेषण। चलिए इनके बारे में अब बिस्तार से समझते है.
- गुणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिमाणवाचक विशेषण
- सार्वनामिक विशेषण
गुणवाचक विशेषण
गुणवाचक विशेषण को समझना बहुत सरल है इसके नाम से ही आपको पता चलता है की यह विशेषण किसी भी संज्ञा या सर्वनाम का गुण, रूप,रंग, आकार, समय, या स्वाभाव को दर्शायेगा, मतलब यह है की जिश बाक्य को सुनने के पश्च्यात आपको उससे किसी तरह का भाव प्रतीत होती है जेसे आप बहुत अछे ब्यक्ति है तो इसमें अछे को ही गुणवाचक विशेषण कहा जायेगा।
अतः हम आपके साथ कुछ गुणवाचक शब्दों को साझा कर रहे है उनको ध्यान से पढ़ें.
गुणवाचक विशेषण शब्दों का उदहारण
समय या काल, नया, पुराना, आगामी, मौसमी, अगला, पिछला, प्राचीन, भूत, वर्तमान, आज, कल, भविष्य इत्यादि, स्थान, लंबा, चौड़ा, भीतरी, बाहरी, ऊँचा, नीचा, सीधा, तिरछा, सँकरा, स्थानीय इत्यादि, आकार, नुकीला, सुंदर, पोला, समान, सुडौल, चौकोर, गोल, चपटा इत्यादि, रंग, लाल, पीला, नीला, हरा, कला, सफ़ेद, सुनहरी, चमकीला, धुँधला, फीका इत्यादि, दशा, दुबला, पतला, मोटा, गीला, सूखा, पिघला, घना, ग़रीब, अमीर, पालतू, रोगी, स्वस्थ, बीमार, कच्चा इत्यादि, गुण, भला, बुरा, उचित, अनुचित, सच, झूठ, शांत, सीधा, दुष्ट, न्यायी, दानी, पापी, कमज़ोर, ताक़तवर, मीठा, खट्टा इत्यादि. (Visheshan kise kahate hain)
अब चलिए इन्ही शब्दों के आधार पर हम कुछ बाकी की गठन करते है जिससे आपको और अछि तरीके से समझ में आने वाला है.
- लेनोवो एक बहुत अछि कंपनी है
- आई फ़ोन बहुत अच्छा फ़ोन है.
- राम लाल बहुत इमानदार है।
ऊपर जिन बक्यों को हमने उदहारण दिया है उनमे “अछि, अच्छा, इमानदार” इत्यादि गुणवाचक शब्द है। इसी तरह से अन्य कई वाक्य भी जिनमे किसी भाब या गुण का पता चलेगा वो भी गुणवाचक शब्द होंगे।
संख्यावाचक विशेषण
संख्यावाचक विशेषण का मतलब जो शब्द, संज्ञा या सर्वनाम किशी बाक्य में संख्या को दर्शाता है उसको संख्यावाचक विशाशन कहेते है अर्थात यह कुछ इश तरह है “आज मेने बाजार से 1 किलो सब्जी ख़रीदा है” इसमें 1 किलो ही संख्यावाचक विशेषण है, इसी तरह एनी कई शब्द जो आप अपने आस पास सुनते है यदि उसमे संख्या है तो वो संख्यावाचक विशेषण है.
किन्तु संख्यावाचक विशेषण में 2 तरह का भेद होते है जिनके बारे में हम निचे आपको बताये है कृपया उनको ध्यान से पढ़ें. (Visheshan kise kahate hain)
संख्यावाचक विशेषण भेद
- निश्चित संख्यावाचक विशेषण
- अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
निश्चित संख्यावाचक विशेषण
निश्चित संख्यावाचक विशेषण वो है जिसमे किसी निश्चित संख्या का उल्लेख हो जेसे “जेसे मेने आज 1 आम खाया है” इसमें 1 आम को ही निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहा जायेगा इशी तरह से हमारे पास 1 कपडा है, आज मेने 2 अच्छा बाइक देखा है. इनमे संख्या का निश्चित रूप को दर्शया गया है इसलिए यह निश्चित संख्यावाचक विशेषण है।
अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण वो है जिसमे संख्या तो है किन्तु वो कितना है उसका पता न चलता हो, उदहारण केलिए “थोडा सा काम कर दीजिए, कुछ पैसों की आबश्यकता है, इत्यादि” इसमें थोडा, कुछ इनको अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहा जायेगा, क्योंकि इनमे संख्या कितना है उसका पता नही चलता है.
परिमाणवाचक विशेषण
वह विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की मात्रा, परिमाण, नाप, तोल आदि का बोध करवाता है उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। यदि अगणनीय संज्ञा के साथ मात्रा सूचक शब्द नहीं दिया गया हो तथा अनिश्चितता सूचक शब्द जोड़ दिया जाए तो ऐसे विशेषण अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण होते हैं.
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परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण
हमारी गाय दस लीटर दूध देती है। इस वाक्य में ‘दूध’ संज्ञा शब्द है। संज्ञा शब्द की विशेषता ‘दस लीटर’ है। यहाँ ‘दस लीटर’ संज्ञा का परिमाण बता रहा है। अतः इस वाक्य में ‘दस लीटर’ परिमाणवाचक विशेषण है।
परिमाणवाचक विशेषण के भेद
पदार्थ की निश्चित एवं अनिश्चित मात्रा के आधार पर परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद होते हैं.
- निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
- अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
वह परिमाणवाचक विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की निश्चित मात्रा, परिमाण, नाप, तोल आदि का बोध करवाता है, उसे निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे: तीन किलो अनाज, दो लीटर तेल, चार मीटर कपड़ा आदि
निश्चित परिमाणवाचक के उदाहरण
- सात लीटर तेल देना.
- ओलावृष्टि से बीस हज़ार टन अनाज नष्ट हो गया.
- तीन किलो पनीर देना.
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
वह परिमाणवाचक विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की निश्चित मात्रा, परिमाण, नाप, तोल आदि का बोध नहीं करवाता है, उसे अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे:- थोड़ा अनाज, कुछ फल आदि
अनिश्चित परिमाणवाचक के उदाहरण
- थोड़ा सा दूध देना.
- मुझे कुछ सामान चाहिए.
- ओलावृष्टि से हज़ारों टन अनाज नष्ट हो गया.
नोट: विशेषण को समझना इतना सरल नही है बहुत सारे ऐसे जानकारी है जिनको हम केवल एक ही लेख में आपको बिस्तार से बता नही सकते है, इसलिए यदि आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप हमसे संपर्क कर उसका उत्तर पा सकते है, कृपया हमसे संपर्क करें.
निष्कर्ष:
हमें आशा है की आपको हमारे द्वारा दी गयी यह जानकारी अच्छा लगा है और यदि हमसे कोई भूल हुई है तो हमें क्ष्यामा करें और हमें बताएं की हमने क्या भूल किआ है, हम उसे सुधरने की प्रयाश करेंगे, हमारे साथ इहाँ तक जुड़े रहेने केलिए धन्यवाद मिलेंगे किसी और लेखन में, तब तक केलिए अनुमति दें.