संज्ञा किसे कहते हैं – Sangya Definition in Hindi

संज्ञा “Sangya” एक ऐसा शब्द है जिसके बिना कोई भी हिंदी शब्द या नाम या हिंदी भाषा का निर्माण नही हो सकता, संज्ञा का परिभाषा जानने केलिए आज के इस लेख में बने रहें हम आपको बताने वाले है की संज्ञा किसे कहते है? और इसका असली अर्थ क्या है?

संज्ञा का उपयोग हिंदी भाषा में हर जगह उपयोग किआ जाता है अतः हमने इश लेख में संज्ञा किसे कहते है इसके बारे में बिस्तार रूप से बताये है, अतः इश लेख को ध्यान पूर्वक पढ़ें.

संज्ञा किसे कहते हैं?

संज्ञा की परिभाषा (Sangya Definition in Hindi): किसी भी ब्यक्ति, बस्तु, प्राणी, भाब, स्थान केलिए उपयोग होने वाले शब्दों को संज्ञा कहा जाता है, क्यों की संज्ञा किसी भी प्रस्तुत या निर्मित, या प्रकृतिंक केलिए उपयोग होने वाले शब्दों केलिए उपयोग किआ जाता है, अतः संज्ञा किसी भी ब्यक्ति, बस्तु, प्राणी, स्थान को दर्शाता है, जिससे हिंदी भाषा का उत्पन्न होता है.

किन्तु इहाँ पर आपको यह भूल धरना हो सकता है की संज्ञा का मतलब यह है की यह किसी भी प्राणी, ब्यक्ति, बस्तु केलिए उपयोग किआ जाता है, जबकि ऐसा बिलकुल नही है, संज्ञा केबल किसी भी प्राणी, बस्तु, ब्यक्ति, स्थान के नामों को दर्शाता है.

अतः हम इसके लिए आपको एक उदहारण देकर समझाते है “यह एक शब्द है जेसे सुभम खा रहा है” तो इहाँ पर सुभम संज्ञा है, मतलब सुभम नामक मनुष्य संज्ञा नही है उसको दर्शाने केलिए हमने जिश नाम का उपयोग किआ उसको संज्ञा कहेते है.

इसी तरह के और भी उदहारण आपको दिख सकता है उन्हें आप देख सकते है और समझ सकते है.

संज्ञा का उदहारण

किसे कहते हैं
किसे कहते हैं
  • मनुष्य का नाम – जेसे सुभम, सम्राट, रोनी, बर्ष, प्रिय इत्यादि.
  • किसी सामग्री का नाम – थाला, टेबल, गाड़ी, खिलौना, इत्यादि.
  • गुण का नाम – सुन्दर, सरल, चालाकी, अलसी इत्यादि.
  • स्थान का नाम – ओडिशा, मुंबई, कोल्कता, बेंगलोरे इत्यादि.
  • भाव का नाम – जेसे अस्चर्य, प्रेम, आदर, उग्र, इत्यादि.

संज्ञा शब्द किसे कहेते है?

किसी भी चीज को दर्शाने केलिए जिश शब्द का उपयोग किआ जाता है उसको संज्ञा शब्द कहा जाता है.

संज्ञा शब्द का उदहारण
सुभम
पुष्तक
गाड़ी
प्रेम
दया
क्रोध
कार्य
मोहित

संज्ञा के भेद (Sangya Ke Bhed)

किसे कहते हैं
किसे कहते हैं
  • व्यक्तिवाचक संज्ञा – Vyakti Vachak Sangya
  • जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya
  • भाववाचक संज्ञा – Bhav vachak Sangya
  • समूहवाचक संज्ञा – Samuh Vachak Sangya
  • द्रव्यवाचक संज्ञा – Dravya Vachak Sangya

व्यक्तिवाचक संज्ञा क्या है?

किसी एक सामग्री या ब्यक्ति या स्थान या एनी चीजेओं को दर्शाने वाले शब्द को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहेते है, जेसे विस्वनाथ आज कोल्कता गया था. इहाँ पर विस्वनाथ प्रत्येक ब्यक्ति का नाम नही हो सकता है, और ना ही कोल्कता अनेक सेहेरों के नाम हो सकते है, व्यक्तिवाचक संज्ञा सदेव एक ही प्रश्न या उत्तर में या एक ही चीज को दर्शाने केलिए उपयोग किए जाते है.

और ठीक इसके बिपरीत शब्द जो अनेक चीजों को दर्शाए उसको जातीबाचक संज्ञा कहेते है, जैसे: जयचंद – चयचंदों, अशोक – अशोकों आदि. व्यक्तिवाचक संज्ञा में जो बात की जा रही है उसमे एक ही चीज को दर्शाया जाता है यानि की चीज एकलोता होता है स्वतंत्र होता है.

व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण:

  • मोदी जी खा रहे है.
  • मोदी जी आज कोल्कता जाने वाले है.
  • मोदी जी को चावल बहुत पसंद है.
  • मोदी जी आज तुम्हे मरेंगे.
  • आज मैं भंडार घर जाऊँगा
  • जयपुर में हवामहल है.
  • दिल्ली भारत की राजधानी है।
  • मैं जयपुर में रहता हूँ.
  • राम का कुत्ता मर गया.
  • महेश की भैंस भाग गई.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश गए.

जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya

जेसा की हमने पहेले भी बताया है की कोई ऐसा शब्द जो अनेक चीजों को संबोधित करता हो उसको जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya कहेते है, इहाँ पर आप किसी भी चीज का उदहारण ले सकते है, जेसे :-

गाय, भेंश, शेर, हिरन, कोएल, इत्यादि, इन सभी को एक शब्द में पिरोया जा सकता है जो है जानवर, जानवर शब्द के अन्दर ही यह सभी समां जाते है क्यों की वे जानवर है, हलाकि इनके नाम अलग अलग है किन्तु जो की जानवर अनेक जानवरों को दर्शाता है इसलिए यह एक जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya है.

जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya उदहारण:-

  • आज सभी जानवरों को सुरक्ष्या की अबश्यक है.
  • सभी पुरुष अक सामान है.
  • आज गाँव की महिलाएं नदी के किनारे जाना वाली है.
  • पंछी कीड़ा खाते है.
  • हम सब मनाब है.
  • ब्रम्हांड में अनगिनत ग्रह है.

भाववाचक संज्ञा – Bhav vachak Sangya

किसे कहते हैं
किसे कहते हैं

इसे समझना अत्यंत सरल है, क्योंकि किशी भाव से यदि कोई बात बोली जारही है तो उसे भाववाचक संज्ञा – Bhav vachak Sangya कहेते है, जेसे की मैं तुमसे प्रेम करता हूँ, इहाँ पर “प्रेम” भाववाचक संज्ञा – Bhav vachak Sangya है, इसमें और भी अनेक शब्द शामिल है जेसे क्रोध, चालक, अस्चर्य, प्रशन्न, इत्यादि. किन्तु in सभी शब्दों का बहुबचन शब्द जतिवाचक संज्ञा संज्ञा है.

उदहारण केलिए आप इसे पढ़ें :- दूरी – दूरियाँ, चोरी – चोरियाँ आदि. भाववाचक संज्ञा शब्दों का निर्माण किसी जातिवाचक संज्ञा / सर्वनाम / विशेषण / क्रिया या अव्यय शब्दों में प्रत्यय जुड़ने से होता है, किन्तु भाववाचक संज्ञा में स्वतंत्र संज्ञा भी होते है जिसे स्वयं केलिए इस्तेमाल किआ जाता है जेसे सुख, दुःख, स्नेह, प्रेम, दुलार, नींद, संसार, रोग इत्यादि.

भाववाचक संज्ञाउदहारण

  • क्रोध, प्रसन्नता, प्रेम, आश्चर्य – यहाँ शब्द भाव का बोध करवा रहे हैं। अतः क्रोध, प्रसन्नता, प्रेम एवं आश्चर्य भाववाचक संज्ञा हैं।
  • सुन्दरता, ईमानदारी – यहाँ दोनों शब्द गुण को दर्शाते हैं। अतः सुन्दरता एवं ईमानदारी भाववाचक संज्ञा हैं।
  • बुढ़ापा, बचपन, सुख – यहाँ शब्द अवस्था को दर्शाते हैं। अतः बुढ़ापा, बचपन एवं सुख भाववाचक संज्ञा हैं।

समूहवाचक संज्ञा – Samuh Vachak Sangya

समूहवाचक संज्ञा उन जगाओं में उपयोग किआ जाता है जहाँ पर बहुत सारे चीजें या बहुत सारे लोग या बहुमूल रूप से उपस्तिति होती है, जो किसी समूह को निर्देश या प्रकट करती है, जेसे कक्षा, संसद, भीड़, ढेर, दल, सेना, सभा, परिवार, कक्षा, मेला, सेना, पुलिस इत्यादि. यहाँ सभी शब्द एक समूह का बोध करवाते हैं। अतः संसद, भीड़, ढेर, दल, सेना, सभा, परिवार, कक्षा, मेला, सेना, पुलिस आदि समूहवाचक संज्ञा है।

  • आज गाँव में सभा है.
  • कल संसद में बहुत बहस होगी.
  • हम सभी मेला घुमने गए थे.
  • भीड़ ने दस लोगों को कुचल दिया.
  • भारतीय सेना विश्व की सबसे ताकतवर सेना है.

द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं – Dravya Vachak Sangya Kise Kahate Hain

किसी द्रव्य, पदार्थ, धातु तथा अधातु का बोध करवाने वाले शब्द को द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।

  • ठोस अवस्था – सोना, चाँदी, लोहा आदि शब्द अलग-अलग धातु को दर्शाते हैं। अतः सोना, चाँदी, लोहा द्रव्यवाचक संज्ञा है।
  • द्रव अवस्था – पानी, दूध आदि शब्द द्रव को दर्शाते हैं। अतः पानी, दूध द्रव्यवाचक संज्ञा है।
  • गैस अवस्था – ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन इत्यादि.

द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण – Dravya Vachak Sangya Ke Udaharan

  • महेश को पानी पीना है.
  • आजकल सोना बहुत महँगा हो गया है.
  • गाय का दूध मीठा होता है.
  • ऑक्सीजन जीवन के लिए ज़रूरी है.
  • लोहे में जंग लग गई.

निष्कर्ष:

अज हमने इस लेख में सिखा की संज्ञा किसे कहते हैं – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण, और हमें यह आशा है की आपको यह लेख पसंद आया और संज्ञा के बारे में सभी जानकारी मिली है, यदि फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप हमसे संपर्क कर पुच सकते है, धन्यवाद.

FAQ

संज्ञा के उदहारण

मनुष्य का नाम – जेसे सुभम, सम्राट, रोनी, बर्ष, प्रिय इत्यादि.
किसी सामग्री का नाम – थाला, टेबल, गाड़ी, खिलौना, इत्यादि.
गुण का नाम – सुन्दर, सरल, चालाकी, अलसी इत्यादि.
स्थान का नाम – ओडिशा, मुंबई, कोल्कता, बेंगलोरे इत्यादि.
भाव का नाम – जेसे अस्चर्य, प्रेम, आदर, उग्र, इत्यादि.

संज्ञा किसे कहते हैं?

किसी भी ब्यक्ति, बस्तु, प्राणी, भाब, स्थान केलिए उपयोग होने वाले शब्दों को संज्ञा कहा जाता है,

संज्ञा के कितने भेद हैं?

संज्ञा के पाँच भेद हैं.

Anu Dhinda

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